होली को सच्चाई
होली आने वाला है और प्रति बर्ष की भांति इस बार भी कुछ लोग सोसल मीडिया पर होली को लेकर कुछ गलत बाते लिख रहे हैं आज मैं उन सभी आरोपो को सही से जबाब दूंगा
पोस्ट में क्या लिखा जा रहा है यह देखे
हिरणकश्यप हरिद्रोही अर्थात आजके हरदोई जिला जो उत्तर प्रदेश का है वहा का राजा था (हरि अर्थात ईस्वर और द्रोही अर्थात बिरोध करने वाला अर्थात ईस्वर को नही मानने वाला) हिरणकश्यप की एक बहन थी होलिका और वह बहुत ही बहादुर थी और आर्यो से वह हिरणकश्यप के जैसे लड़ती थी हिरणकश्यप का पुत्र निकम्मा और अवज्ञाकारी था आर्यो ने उसे सराब पिला पिलाकर नशेड़ी बना दिया था……….आर्यो ने होलिका के साथ बदसलूकी करके उसको जिंदा जला दिया था
अविर का अर्थ कायर होता है अतः हम लोग अपनी कायरत के साथ एक दूसरे को गले लगाते हैं
इस पोस्ट की पड़ताल
1- हिरणकश्यप दक्षिण भारत के गोड़ जनजाति , नागवंशी राजा था आज भी वहाँ के जनजाति अपने को हिरणकश्यप के बंसज मानते हैं और गोड़ जनजाति के ऊपर रिसर्च करने वाले भी यही कहते है नीचे दक्षिण भारत के प्रशिद्ध वामपंथी इतिहासकार के पुस्तक का उदाहरण दिया हु
2- हरदोई जिला पुराना अवध क्षेत्र में पड़ता है अतः उसका नाम भी अवधि ही होगा और अवधी भाषा मे हरि का अर्थ जल, सर्प और मेढक होता हैं इस प्रकार हरदोई का नाम भी गलत है और हरि भगवान बिष्णु का दूसरा नाम है अतः वह बिष्णु द्रोही बोल सकते थे ईस्वर द्रोही नही अर्थात तथाकथित नास्तिक को पहले अपने ज्ञान को सुधारने की जरूरत है
3- वायरल पोस्ट में अविर शब्द का प्रयोग किया गया है जिसका अर्थ कायर बताया गया है जो सत्य है लेकिन होली में जो गुलाल लगाया जाता है उसको अबिर कहते हैं न कि अविर । और अबिर का अर्थ होता है उत्साह
अतः पोस्ट करने वाले अज्ञनियो को थोड़ा अध्ययन करके आना चाहिए
उपरोक्त उदाहरण को देखते हुए हम इस निष्कर्ष पर पहुचे है कि जो भी दावा किया जा रहा है वह गलत है